About Skill India
15 जुलाई 2015 को Ministry of Skill Development and Entrepreneurship (MSDE) के द्वारा “स्किल इंडिया” मुहिम की शुरुआत की गई। इस मुहिम का लक्ष्य देश के युवाओं के कौशल वर्धन के लिए अवसर पैदा करना, ऐसे क्षेत्रो को बढ़ावा देना जिसके लिए जरुरी कौशल को सालों से विकसित किया जा रहा था और ऐसे और नए क्षेत्रों का विकास करना है। ऐसा अनुमान किया गया है की इस मुहिमके तहत 2020 तक, देश के 5000 लाख युवाओं को प्रशिक्षण और कौशल विकास का अवसर दिया जायेगा। यह मुहिम देश के हर शहर और हर गाँव में चलाईगई है। इस मुहिमको सफल बनने के लिए बहुत सी योजनाएं बनाई गई है।
स्किल इंडिया की विशेषताएँ :
युवाओं में ऐसे कौशल बढ़ाए जाएंगे जिससे रोजगार मिलने में आसानी हो और वे अपना खुद का व्यापार प्रस्थापित कर सकें
बढ़ाई , मोची, लौहार, नर्स जैसे परंपरागत रोजगार के लिए प्रशिक्षण , समर्थन और मार्गदर्शन दिया जाएगा
रियल एस्टेट, परिवहन, कंस्ट्रक्शन , गहनों के उध्योग, बैंकिंग, पर्यटन और कई ऐसे क्षेत्र जिसमे कौशल काम है या नहीं है उस पर ज्यादा जोर दिया जाएगा
प्रशिक्षण की गुणवत्ता आंतरराष्ट्रीय कक्षा की होगी, जिससे हमारे युवा सिर्फ देश की ही नहीं परन्तु दूसरे देश जैसे की यु। एस।, जपान, चीन, जर्मनी, रशिया, और पश्चिम एशिया की जरूरते भी पूरी कर सके।
एक और चीज़ इस मुहिमके बारे में खास है। “ग्रामीण भारत कौशल”! इस से पुरे भारत में दी जाने वाले प्रशिक्षण एक समान और अनुरूप बनाया जायेगा
मूल भाषा,उम्र और जरूरत के अनुरूप योजनाएँ शुरू की जाएगी जिसमे भाषा, बातचीत के तरीके, प्रबंधन, व्यवहार, नौकरी या व्यवसाय के लिए प्रशिक्षण दिया जायेगा।
लोगो को सिखाने के लिए खेल, सामूहिक चर्चा, व्यवहारिक अनुभव और कई सारे नए तरीके अपनाए जायेंगे
स्किल इंडियामें की गयी पहल:
- National Skill Development Mission
- National Policy for Skill Development and Entrepreneurship, 2015
- Pradhan Mantri Kaushal Vikas Yojana (PMKVY)
- Skill Loan scheme
पहले की योजना में सिर्फ परंपरागत व्यवसायों पर ध्यान दिया गया था। परंतु इस योजना में हर प्रकार के व्यवसायों को तरज्जू दिया गया है। भारत देश, जहां छोटी उम्र के लोग जो की काम व्यवसाय या नौकरी कर सकते है, बहुत ज्यादा है। अगर सही प्रशिक्षण दिया जाए और सही राह दिखाई जाए तो यह लोग देश की सबसे बड़ी संपत्ति साबित हो सकते है। “स्किल इंडिया” इस दिशा में लिया गया बहुत बड़ा कदम है।
स्किल इंडिया मिशन के लक्ष्य और दिये जाने वाले प्रशिक्षण के प्रकार
कौशल भारत – कुशल भारत योजना का मुख्य लक्ष्य देश के गरीब व वंचित युवा है, जिनके पास हुनर तो है पर उसके लिये कोई संस्थागत प्रशिक्षण नहीं लिया है और न ही इसकी कोई मान्यता उनके पास होती है। युवाओं के इस हुनर को प्रशिक्षण द्वारा निखारकर बाजार योग्य बनाकर प्रमाण-पत्र देते हुये उनके लिए रोजगार का सृजन करना ही इस योजना का मुख्य लक्ष्य है। प्रधानमंत्री ने इस योजना की घोषणा के समय ही स्पष्ट किया था कि कौशल भारत – कुशल भारत योजना का लक्ष्य युवाओं में कौशल के विकास के साथ-साथ उनका मूल्य संवर्धन करना है।
इस योजना का लक्ष्य भारत में तकनीकी शिक्षण प्रक्रिया में सुधार लाकर उसे विश्व मांग के अनुरुप ढालना हैं। इस योजना की घोषणा के समय पी.एम. मोदी ने भाषण देते हुये कहा था कि भारत में परंपरागत शिक्षा पाठ्यक्रम प्रचलन में जिससे कि हम विश्व में तेजी से हो रहे परिवर्तनों के साथ अपने आप को गतिशील नहीं बना पाये हैं और आज भी बेराजगार है। इसके लिये आवश्यक है कि हम अपने शैक्षिक पाठ्यक्रम में विश्व मांग के अनुसार बदलाव लाये। आने वाले दशकों में किस तरह के कोशल की माँग सबसे अधिक की जायेगी उसका अध्ययन करके अपने देश में उस अध्ययन के निष्कर्षों के अनुसार यदि युवाओं को प्रशिक्षित करेंगे तो भारत के युवाओं को रोजगार के सबसे अधिक अवसर मिलेंगे। इस तरह कौशल भारत – कुशल भारत एक आन्दोलन है, न कि सिर्फ एक कार्यक्रम।
कौशल भारत – कुशल भारत मिशन के लाभ
कौशल भारत मिशन को अन्तर्गत मोदी सरकार ने गरीब व वंचित युवाओं प्रशिक्षित करके बेरोजगारी की समस्या और गरीबी को खत्म करने का लक्ष्य रखा है। इस मिशन का उद्देश्य उचित प्रशिक्षण के माध्यम से युवाओं में आत्मविश्वास को लाना है जिससे की उनकी उत्पादकता में वृद्धि हो सके। इस योजना के माध्यम से सरकारी, निजी और गैर-सरकारी संस्थानों के साथ साथ शैक्षिक संस्थाएं भी सम्मलित होकर कार्य करेंगी। इस मिशन के कुछ मुख्य लाभ निम्नलिखित है:
- कौशल विकास योजना के माध्यम से युवाओं को प्रशिक्षित करके भारत में बेरोजगारी की समस्या के निवारण में सहायता।
- उत्पादकता में वृद्धि।
- भारत से गरीबी खत्म करने में सहायक।
- भारतीयों में छिपी हुई योग्यता को बढ़ावा देने में सहायक।
- राष्ट्रीय आय के साथ-साथ प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि।
- लोगों की जीवन निर्वाह आय में वृद्धि।
- भारतीयों के जीवन स्तर में सुधार।
कौशल भारत – कुशल भारत अभियान को जागरुकता अभियानों के साथ सभी लोगो को उनके हुनर में कुशल करके भारत से बहु-आयामी समस्याओं का निराकरण करना है। प्रधानमंत्री, श्री नरेन्द्र मोदी के शब्दों में, “मैं भारत को विश्व की कौशल राजधानी बनाने के लिये पूरे राष्ट्र को प्रतिज्ञा करने के लिये आह्वान करता हूँ।”
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